2025 Board Exam mein khud se answer likhne par kitne number milenge?: 2025 बोर्ड परीक्षा में खुद से लिखे आंसर पर नंबर मिलेगा या नहीं?
2025 Board Exam mein khud se answer likhne par kitne number milenge?: 2025 बोर्ड परीक्षा में खुद से लिखे आंसर पर नंबर मिलेगा या नहीं?
परीक्षा में आंसर याद नहीं रहे तो खुद से बनाकर अपने मन से लिखेंगे जैसे-तैसे लिखेंगे तो कितना नंबर मिलेगा? नंबर मिलेगा या नहीं मिलेगा? इस आर्टिकल पोस्ट में बताए हैं अगर आप भी परीक्षा देने वाले हैं तो परीक्षा से पहले 5 मिनट टाइम निकलकर इस आर्टिकल पोस्ट को पढ़ लीजिए। 2025 Board Exam mein khud se answer likhne par kitne number milenge?
आंसर खुद से लिखें तो नंबर मिलेंगे ?
देखिए बहुत से विद्यार्थी का कहना है सर आंसर परीक्षा में आंसर याद नहीं रहे तो खुद से बना बनाकर लिखेंगे जैसे-तैसे अपने मन से लिखेंगे तो ऐसे में कॉपी चेकिंग में नंबर मिलेंगे या नहीं मिलेंगे? और अगर मिलेंगे तो कितना मिलेंगे? तो इस सवाल का जवाब जानने के लिए आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ लीजिए मैं सब कुछ बता दिया हूं।
अपने मन से आंसर लिखने पर नंबर मिलेंगे?
देखिए परीक्षा के क्वेश्चन पेपर में बहुत से क्वेश्चन रहते हैं अब ऐसे में क्वेश्चन पेपर में मौजूद सभी क्वेश्चन के आंसर याद ही हो यह कोई जरूरी नहीं है लेकिन कुछ क्वेश्चन ऐसे रहते हैं जो अननोन होते हैं, मेरा मतलब आप उस क्वेश्चन का आंसर नहीं जानते हैं अब ऐसे में उस क्वेश्चन को छोड़ने से अच्छा है कि कुछ मिलता-जुलता आंसर लिख दिया जाए क्योंकि जिस क्वेश्चन को छोड़ेंगे तो उस क्वेश्चन का कुछ भी नंबर नहीं मिलेंगे और वैसे भी कहा जाता है कि भागते चोर की लंगोटी खींच के रख लेना चाहिए भले ही चोर ना पकड़ाये लेकिन कम से कम उसका लूंगी या धोती खींचकर रख लेना चाहिए, तो ठीक इसी प्रकार भागते यानी छूटते क्वेश्चन की कुछ ना कुछ आंसर देकर आना चाहिए क्योंकि छूटते हुए क्वेश्चन को बिल्कुल नहीं लिखने पर कुछ भी नंबर नहीं मिलेंगे लेकिन अगर अपने मन से बना बनाकर लिख देते हैं तो फुल मार्क्स ना सही, पर कुछ ना कुछ नंबर मिल जाएंगे। फिर भी अपने मन से एग्जाम में आंसर लिखने पर बाद में टेंशन तो बना ही रहता है की लिख तो दिया। अब नंबर मिलेगा कि नहीं मिलेगा! मिलेगा भी तो कितना मिलेगा… कि कुछ भी नंबर नहीं मिलेगा!! तो ऐसे सब टेंशन स्टूडेंट के मन में चलते रहते हैं।
2025 Board Exam mein khud se answer likhne par kitne number milenge? : Overview
Post Name | 2025 Board Exam mein khud se answer likhne par kitne number milenge? |
Post Type | Exam me Kaise Likhe |
Board | All Board |
Category | Exam Tips |
Subject | All Student |
देखिए नंबर मिलाना या ना मिलना इसके कई वजह हो सकते हैं
देखिए क्वेश्चन पेपर में जितने क्वेश्चन का आंसर देने कहा गया था उसमें से बहुत से क्वेश्चन का आंसर दिया है लेकिन कुछ ही क्वेश्चन के आंसर अपने मन से मिला-जुला कर कुछ कुछ लिखें हैं मतलब की बहुत से क्वेश्चन का आंसर जानते थे आप और 1, 2 या 3 क्वेश्चन के आंसर अपने मन से लिखे हैं तो ऐसे में 1, 2 या 3 प्रश्न का भी नंबर पूरे की पूरे मिलने का ज्यादा चांस है। क्योंकि आपने बहुत से प्रश्न का उत्तर सही-सही दिया है तो ऐसे में एग्जामिनर के पास पॉजिटिव इंप्रेशन जाएंगे और एग्जामिनर में आपसे इंप्रेस हो जाएंगे खुश हो जाएंगे और आपके पूरे के पूरे नंबर देंगे।
गलत-सही लिखने पर नंबर मिलेंगे?
क्वेश्चन पेपर में जितना क्वेश्चन का जवाब देने कहा गया है उसमें से आपने बहुत कम क्वेश्चन का जवाब दिये हैं और बहुत से क्वेश्चन को अपने मन से बना बनाकर लिखे हैं मतलब की बहुत कम क्वेश्चन के आंसर आप जानते थे और बहुत से क्वेश्चन का आंसर अपने मन से लिखे हैं बना बनाकर, तो ऐसे में अपने मन से बना-बना कर जो लिखे हैं, अगर प्रश्न से मिलता जुलता रिलेटेड है तो नंबर उस क्वेश्चन का 50% दिए जाएंगे जैसे कोई प्रश्न 8 अंक का है और आप उसी क्वेश्चन से रिलेटेड आंसर लिखे हैं मिला-जुला कर तो आपको 4 नंबर मिल जाएंगे और अगर कोई प्रश्न 2 अंक का है तो 1 नंबर मिल जाएंगे लेकिन अगर आप कुछ भी नहीं जानते थे फिर भी गलती-सलती या किसी दूसरे प्रश्न का उत्तर लिख दिया है तो ऐसे में जो क्वेश्चन 5 मार्क का है तो उसमें 1 या 2 नंबर मिलने का चांस है
देखिए मेरा नाम गुलशन शर्मा है और मैं हमेशा सभी विद्यार्थी को कहता हूं कि 0 से अच्छा 1। मतलब परीक्षा में अगर आप कोई क्वेश्चन का आंसर नहीं लिखेंगे तो आपको उस क्वेश्चन के जीरो नंबर मिलेंगे लेकिन आप कुछ से कुछ रिलेटेड मिलता-जुलता आंसर लिख देते हैं तो आपको वहां पर जीरो से अच्छा ही नंबर मिलेंगे यानी कुछ ना कुछ नंबर मिल जाएंगे। क्योंकि एग्जामिनर खुद कहता है कि बच्चों के कॉपी में कुछ ना कुछ क्वेश्चन से रिलेटेड आंसर लिखा होना चाहिए खाली पेज सादा पेज पर हम नंबर नहीं देंगे। अब ऐसा नहीं कि आप दुख-भरी कहानी लिख दें, लव स्टोरी लिख दें, कसम लिख दें, कुछ बच्चे कॉपी में इमोशनल बातें लिख करके एग्जामिनर को इमोशनल कर देते हैं। वह कहते हैं कि सर मुझे नंबर नहीं देंगे तो मेरी शादी टूट जाएगी, पापा घर से बाहर निकाल देंगे। पापा कमाने के लिए भेज देंगे तो ऐसी ऐसी बातें लिख देते हैं। पर इस तरह से लिखना गलत है इसीलिए आप ऐसी बातें ना लिखें। लेकिन आप चाहो तो इसके जगह पर मेरे ट्रिक लगाकर जो क्वेश्चन का आंसर नहीं जानते हैं तो उन्हें पूरा कर सकते हैं।
परीक्षा में कोशिश कीजिए जितना क्वेश्चन का जवाब देने कहा गया है उन सभी क्वेश्चन का आप लोग जवाब दीजिएगा जैसे कि क्वेश्चन में लिखा रहेगा कि प्रश्न 1 से लेकर 20 तक के किन्ही 15 प्रश्न के उत्तर दें तो आप लोग को 15 प्रश्न का उत्तर देना है इसमें से छोड़ना नहीं है 1 भी प्रश्न को, और हां आप लोग बीच-बीच में अपना टाइम का भी ध्यान रखें, टाइम मैनेज करना है आप सभी को। इसके लिए आप लोग वहां पर टीचर या मैम से पूछते रहे कि मैम कितना टाइम हुआ? सर कितना टाइम हुआ? इससे आप लोग को टाइम लिमिट का पता चलेगा। टाइम मैनेज कर पाएंगे क्योंकि बहुत से विद्यार्थी कहते रहता है कि एग्जाम में मुझे टाइम ही नहीं मिला, टाइम ही कम पड़ गया, तो ऐसा आपके साथ ना हो. बाकी आप लोग चिंता ना करें जो क्वेश्चन के आंसर आप लोग को नहीं आएंगे तो आप लोग बना बनाकर उस क्वेश्चन से मिलता-जुलता रिलेटेड आंसर लिख देंगे।
निष्कर्ष :- परीक्षा में क्वेश्चन का सही आंसर नहीं आने पर उसे छोड़ने की बजाय सम्बंधित और मिलते-जुलते आंसर लिखना चाहिए। खाली पेज पर कोई अंक नहीं मिलते, लेकिन प्रयास करने पर कुछ न कुछ अंक जरूर मिल सकते हैं। सही उत्तर अधिक होने पर एग्जामिनर सकारात्मक प्रभाव (+ve) में आकर और भी अंक दे सकते हैं। प्रयास और समय प्रबंधन से परिणाम बेहतर हो सकता है।