Board Exam 2025: Class 10 Science ke Zaroori Questions

Board Exam 2025: Class 10 Science ke Zaroori Questions

Board Exam 2025: Class 10 Science ke Zaroori Questions

अगर आप क्लास 10th के स्टूडेंट है और देने जा रहे हैं 2025 बोर्ड एग्जाम। तो यहां पर हम साइंस के जरूरी  सब्जेक्टि क्वेश्चन लेकर आए हैं जो कि आपके परीक्षा (एग्जाम) में आएंगे, तो आप सभी विद्यार्थी जल्दी से इन सभी क्वेश्चन को अपनी तैयारी में शामिल कर लीजिए

1. सिरका क्या है? इसके उपयोगों को बताएं

उत्तर : एथनिक अम्ल का साधारण नाम एसिटिक अम्ल है 6 से 8% तनु एसिटिक अम्ल को सिरका कहते हैं जिसका उपयोग अचार बनाने में रक्षक के रूप में होता है

2. ड्रिप सिंचाई व्यवस्था क्या है?

उत्तर : ड्रिप सिंचाई ट्यूब, पाइप, वाल्व और अमीटर के नेटवर्क के माध्यम से पौधों के जल क्षेत्र में सीधे पानी पहुंचाने की एक सटीक और कुशल विधि है यह सिंचाई प्रणाली नियंत्रण और स्थानीयकृत जल अनुप्रयोग प्रदान करती है जिससे पानी की बर्बादी कम होती है और पौधे की वृद्धि को अनुकूलित किया जाता है।

3. पवन ऊर्जा प्राप्त करने के क्या फायदे हैं?

उत्तर : पवन ऊर्जा से निम्नलिखित फायदे हैं –

(a). यह ऊर्जा का नवीकरणीय स्रोत है

(b). यह ऊर्जा का प्रदूषणमुक्त स्रोत है

प्रदूषण अर्थात वायु मुक्त प्राप्त होता है

4. तंत्रिका तंत्र के क्या कार्य हैं?

उत्तर : तंत्रिका तंत्र के अंतर्गत संपूर्ण शरीर में महीन धागे सदृश तांत्रिकाएं फैली होती है। इन्हीं तंत्रिकाओं के द्वारा शारीरिक क्रियाओं का समन्वय एवं निमंत्रण होता है तांत्रिकाएं वातावरणीय परिवर्तनों की सूचनाओं को संवेदी अंगों से प्राप्त कर आवेशों के रूप में संचालन करती है. ये तांत्रिकाएं पेशियां और ग्रंथियां की क्रियाओं को प्रभावित कर शरीर के विभिन्न भागों के बीच क्रियात्मक समवन्य स्थापित करती है

5. डायलिसिस का सिद्धांत क्या है?

उत्तर : कभी-कभी वृक्क का क्षतिग्रस्त होकर कार्य करना बंद कर देता है. ऐसी स्थिति में उत्सर्जी पदार्थ को छानने तथा जल एवं लवणों के उचित मात्रा के संतुलन के लिए कृत्रिम विकल्प का व्यवहार करना पड़ता है, यह विधि डायलिसिस कहलाती है। इस विधि में मरीज के रुधिर को डायलिसिस मशीन में प्रभावित किया जाता है इस मशीन में रुधिर से उत्सर्जी पदार्थ को अलग करके फिर से उसे शरीर में वापस पंप कर दिया जाता है

6. पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह कैसे होता है?

उत्तर : जीव मंडल में ऊर्जा का मूल स्रोत सौर ऊर्जा है उत्पादक इसे प्रकाश संश्लेषण क्रिया के दौरान ग्रहण करते हैं प्रकाश संश्लेषण क्रिया द्वारा रासायनिक ऊर्जा कार्बोहाइड्रेट के रूप में मुक्त होती है जो पौधों में अनेक रूपों में संचित रहती है जब हरे पौधों को शाकाहारी जंतु कहते हैं तब यह संजीत ऊर्जा स्थानांतरित होकर इन जंतुओं यानी प्राथमिक उपभोक्ता में चली जाती है इसके कुछ ऊर्जा ऊष्मा स्रोत ऊर्जा के रूप में मुक्त हो जाती है शेष संचित से संचित ऊर्जा उसके शरीर में संचित रहती है जब द्वितीय उपभोक्ता उसे खाता है तो वह ऊर्जा उसमें स्थानांतरित हो जाता है इस तरह द्वितीय उपभोक्ता से ऊर्जा तृतीयक उपभोक्ता इस प्रकार ऊर्जा का प्रभाव होता।

ऊर्जा का प्रवाह सदा एक दिशा में ही होता है। आहार श्रृंखला के प्रत्येक पोषी स्तर पर कुल ऊर्जा के 10 प्रतिशत ऊर्जा का ही स्थानान्तरण अगले पोषी स्तर को हो पाता है तथा शेष 90 प्रतिशत ऊर्जा का व्यवहार विभिन्न प्रकार से हो जाता है। इस प्रकार विभिन्न पोषी स्तरों पर उपलब्ध होने वाले ऊर्जा में उत्तरोत्तर कमी होती जाती है।

इस प्रकार हम पाते हैं कि अधिकतम ऊर्जा उत्पादक स्तर पर संचित है तथा इस ऊर्जा में हर पोषी स्तर पर उत्तरोत्तर कमी आती है। इस तरह ऊर्जा का प्रवाह होता है।

7. परिनालिका द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र किन-किन बातों पर निर्भर करता है?

उत्तर: विद्युतवाही पुरिनालिका द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र निम्नलिखित तीन बातों पर निर्भर करता है- (i) कुंडली में तारों के फेरों की संख्या पर, अगर तारों के फेरों की संख्या बढ़ जायेगी, तो चुंबकीय क्षेत्र बढ़ जायेगा। (ii) विद्युत धारा की शक्ति पर। (iii) परिनालिका के गर्भ में रखे पदार्थ पर निर्भर करेगा। अगर नरम लोहा परिनालिका के गर्भ में रखा जाय, तो चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति काफी बढ़ जायेगी।

8. ईंधन के रूप में लकड़ी का उपयोग उचित क्यों नहीं है, जबकि जंगलों की पुनः पूर्ति हो सकती है?

उत्तर: वृक्षों को काटकर प्राप्त लकड़ी ऊर्जा का एक नवीकरणीय स्रोत है। किंतु कोई वृक्ष परिपक्व होने में 15 वर्ष से अधिक समय ले सकता है। इस प्रकार लकड़ी के समान ऊर्जा स्रोतों की पुनः प्राप्ति में बहुत समय लगता है। बड़ी संख्या में वृक्षों को काटने से जंगल नष्ट हो रहे हैं जो पर्यावरण असंतुलन का कारण है। यही कारण है कि लकड़ी का ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयाँग करना विवेकपूर्ण निर्णय नहीं है।

9. डी०एन०ए० की प्रतिकृति बनाना जनन के लिये आवश्यक क्यों है?

उत्तर: डी०एन०ए० की प्रतिकृति बनाना जनन के लिये आवश्यक है क्योंकि ये जनन की विशेष सूचना को धारण करने वाली प्रोटीन के निर्माण के लिये उत्तरदायी होते हैं। डी०एन०ए० गुणसूत्रों पर स्थित होते हैं जो कोशिका के केन्द्रक में उपस्थित होते हैं। प्रत्येक प्रकार की विशेष सूचना के लिये विशिष्ट प्रकार की प्रोटीन उत्तरदायी होती है। डी०एन०ए० के अणुओं में आनुवंशिक गुणों का संदेश होता है जो जनक से संतति पीढ़ी में जाता है।

10. मानव में लिंग निर्धारण आनुवंशिक आधार पर होता है, चित्र द्वारा समझाएँ।

उत्तर: मानव के सभी गुणसूत्र पूर्णरूपेण युग्म नहीं होते। मानव में अधिकतर गुणसूत्र माता और पिता के गुणसूत्रों के प्रतिरूप होते हैं। इनकी संख्या 22 जोड़े हैं। परन्तु एक युग्म जिसे लिंग सूत्र कहते हैं वह पूर्ण जोड़े में नहीं होते। स्त्री में गुणसूत्र का पूर्ण युग्म होता है तथा दोनों ‘X’ कहलाते हैं। लेकिन पुरुष (नर) में यह जोड़ा परिपूर्ण जोड़ा नहीं होता, जिसमें एक गुणसूत्र सामान्य आकार का ‘X’ होता है तथा दूसरा गुणसूत्र छोटा होता है जिसे ” गुणसूत्र कहते हैं।. अतः स्त्रियों में ‘XX’ तथा पुरुष में ‘XY’ गुणसूत्र होते हैं।

इसमें सामान्यतः आधे बच्चे लड़के एवं आधे लड़की हो सकते हैं। सभी बच्चे चाहे वह लड़का हो अथवा लड़की, अपनी मातां से ‘X’ गुंणसूत्र प्राप्त करते हैं। अतः बच्चों का लिंग निर्धारण इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें अपने पिता से किस प्रकार का गुणसूत्र प्राप्त हुआ है। जिसे अपने पिता से ‘X” गुणसूत्र वंशानुगत हुआ है वह लड़की एवं जिसे पिता से ‘Y’ गुणसूत्र वंशानुगत होता है वह लड़का होता है।

मादा                                       नर 

↓                                          ↓

XX                                      XY

11. रक्त प्लेटलेट्स की रक्त जमने में क्या भूमिका है ?

उत्तर: ये सबसे छोटे आकार की रक्त कोशिकाएँ है जिनका व्यास 2-3 माइक्रोमीटर होता है । ये विषाणु या थ्रोम्बोसाइट्स भी कहलाते हैं। ये अस्थिमज्जा के मेगाकैरियोसाइट्स द्वारा निर्मित निर्मित होते हैं। होते हैं। इन । इनकी संख्या रक्त में 2.5-3.5 × 105 मिमी रक्त होती है। ये रक्त के थक्का जमने में मदद करता है ।

12. आनुवांशिक गुण से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: मानव में लक्षणों की वंशागति के नियम इस बात पर आधारित है कि माता एवं पिता दोनों ही समान मात्रा में आनुवांशिक पदार्थ को संतति (शिशु) में स्थानांतरित करते हैं । इसका अर्थ यह है कि प्रत्येक लक्षण पिता और माता के डी० एन० ए० से प्रभावित हो सकते हैं। अतः प्रत्येक लक्षण के लिए प्रत्येक संतति में दो विकल्प होंगे। फिर संतान में कौन-सा लक्षण परिलक्षित होगा।

13. पारितंत्र में अपमार्जकों की क्या भूमिका होती है ?

उत्तर: पारितंत्र में कुछ सूक्ष्म जीवाणुओं जैसे बैक्टीरिया, कवकों तथा प्रोटोजोआ द्वारा पौधों एवं जंतुओं के मृत शरीर एवं वर्ज्य पदार्थों का अपघटन होता है । अतः ये अपघटनकर्ता या अपघटक कहलाते हैं। ऐसे जीव पौधों एवं जंतुओं के मृत शरीर एवं वर्ज्य पदार्थों में उपस्थित जटिल कार्बनिक पदार्थों को अकार्बनिक तत्वों में विघटित कर देते हैं। विघटन के उपरांत गैसीय तत्व जैसे नाइट्रोजन एवं ऑक्सीजन वायुमंडल में मुक्त कर दिये जाते हैं। ठोस पदार्थ एवं द्रव मृदा में चल जाते हैं । जहाँ से वे जलमंडल में विलीन हो जाते हैं । ऐसे सूक्ष्मजीवों (जीवाणु एवं कवक) को सूक्ष्म उपभोक्ता अथवा सेप्रोट्रॉफ की संज्ञा दी गई है । अपमार्जित पदार्थ पुनः हरे पौधों द्वारा चक्रित हो जाते हैं ।

14. ओजोन परत के क्षय का कारण लिखें ।

उत्तर: वैज्ञानिकों द्वारा वायुमंडल के ओजोन स्तर का अध्ययन से यह तथ्य उभर कर सामने आया है कि ओजोन स्तर में तीव्रता से गिरावट आयी है तथा अंटार्कटिका के ऊपर इसका स्तर इतना कम हो गया है कि इसे ओजोन छिद्र की संज्ञा दी गई है। इससे होकर सूर्य की पराबैंगनी किरणें पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर रही हैं। अभी वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिकों के शोध का एक प्रमुख विषय है । CFC का समुचित विकल्प खोजना जिससे ओजोन स्तर में हो रहे कमी को रोका जाए। ऐरोसॉल, सेविंग फोम, रेफ्रीजरेशन कूलेंट्स आदि से CFC में वृद्धि होती है और ओजोन क्षय का कारण बनता है।

15. एकल विस्थापन अभिक्रिया क्या है ?

उत्तर: वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें किसी यौगिक में उपस्थित किसी तत्व का प्रतिस्थापन दूसरे तत्व द्वारा होता है, एकल प्रतिस्थापन या एकल विस्थापन अभिक्रिया कहलाती है । जैसे-Zn धातु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित करता है ।

Zn + HCl → ZnCl2 + H₂

16. चिप्स की थैली में कौन-सी गैस भरी होती है और क्यों ?

उत्तर: चिप्स की थैली में N, गैस भर दिया जाता है । इससे चिप्स ऑक्सीजन की उपस्थिति में ऑक्सीकृत होने से बच जाता है और यह विकृत नहीं हो पाता है । अगर N₂ गैस जो चिप्स को ऑक्सीकृत होने से बचाता है इसीलिए चिप्स की थैली में यह गैस भरी जाती है ।

17. लैंगिक जनन का क्या महत्व है?

उत्तर: सभी जीवों में गुणसूत्रों की एक संख्या निश्चित होती है। अलैंगिक जनन करने वाले में असमसूत्री या समसूत्री प्रकार का कोशिका विभाजन होता है, जिसके कारण उनमें कोई विभिन्नता नहीं आती। प्रत्येक पीढ़ी में क्रोमोसोम की संख्या भी निश्चित रहती है। लैंगिक जनन करने वालों से अर्द्धसूत्री कोशिका विभाजन होता है, जिससे उसमें भिन्नता आ जाती है। यह पीढ़ी-दर-पीढ़ी बढ़ती जाती है।

18. गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में बताएँ।

उत्तर: परिवार नियोजन के कई उपायों में गर्भ निरोधक गोलियाँ भी एक उपाय है। इनमें कृत्रिम प्रोजेस्टेरॉन तथा एस्ट्रोजन डाला जाता है। यह ESH एवं LH के स्राव पर प्रतिबन्ध लगा देता है। जिसके कारण अंडोत्सर्ग की क्रिया नहीं होती है।

19. हमारे आमाशय में अम्ल की भूमिका क्या है?

उत्तर: पाचक रस (आमाशय) में HCI पाया जाता है जो निष्क्रिय पेप्सिनोजेन को सक्रिय पेप्सिन नामक एंजाइम में बदल देता है । पेप्सिन भोजन के प्रोटीन पर कार्य का उसे पेप्टोन (Peptone) में बदल देता है। HCI भोजन के साथ आनेवाले बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है। इसके अतिरिक्त गैस्ट्रिक लाइपेज एंजाइम भी पाचक रस में होता है, जो वसा के आंशिक पाचन में मदद करता है।

20. परितंत्र में अपमार्जकों की क्या भूमिका होती है ? 

उत्तर: पारितंत्र में अपमार्जकों का अहम स्थान है। जीवानु तथा अन्य सूक्ष्म जीव अमार्जकों का कार्य करते हैं। ये मृत शरीरों पर आक्रमण कर जटिल कार्बनिक पदार्थों को सरल पदार्थों में बदल देती हैं। इसी प्रकार कचरा जैसे-सब्जियों एवं फलों के छिलके, गोबर, पौधों के गले-सडे भाग अपमार्जकों द्वारा ही विघटित कर दिए जाते हैं जो आसानी से प्रकृति में पुनः मिल जाते हैं.। इस प्रकार पदार्थों के पुनः चक्रण में अपमार्जक सहायता करते हैं और पारितंत्र को स्वच्छ रखते हैं।

21. संपोषित प्रबंधन से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: स्थानीय लोगों की भागीदारी से वनों का संरक्षण करना तथा बदले में स्थानीय लोगों को रोजगार देना संपोषित प्रबंधन है। स्थानीय समुदाय की सहमति एवं सक्रीय भागीदारी से 1983 तक अरावाड़ी (पश्चिम बंगाल) का सालवन समृद्ध हो गया ।

Post Name  Class 10 Science ke Zaroori Questions
Class  10th Class 
Subject  Science 
Post Type  Subjective Question 

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मेरा नाम गुलशन शर्मा है, और मैं पिछले 5 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा हूँ। मेरा उद्देश्य है छात्रों की परीक्षा तैयारी को आसान और प्रभावी बनाना, ताकि वो अच्छा रिजल्ट बना सके और फेल होने से बच सके. विशेषज्ञता: मैं गणित और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में विशेषज्ञ हूँ। मेरी वेबसाइट gulshanmathstudy.com पर मैं छात्रों को पढ़ाई आसान बनाने के लिए टिप्स, महत्वपूर्ण प्रश्न और अच्छी तैयारी की प्लान बताता हूं कांटेक्ट करें: ईमेल: gshort053@gmail.com Youtube : Gulshan Math Study

Written by: Gulshan Math Study